भारत सरकार ने गुरुवार 21 दिसंबर को पापुआ न्यू गिनी को एक विशेष उड़ान के माध्यम से मानवीय आपूर्ति भेजी, जो पिछले महीने एक बड़े ज्वालामुखी विस्फोट से प्रभावित हुआ था।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि आपूर्ति में 11 टन आपदा राहत सामग्री और छह टन चिकित्सा सहायता सम्मिलित है।
उन्होंने कहा कि आपदा राहत सामग्री में भोजन, तंबू, सोने की चटाई, व्यक्तिगत स्वच्छता से जुड़े उत्पाद, जल भंडारण टैंक इत्यादि सम्मिलित हैं।
भारतीय अधिकारी ने कहा कि चिकित्सा आपूर्ति में आवश्यक दवाएं, सर्जिकल आइटम, सैनिटरी पैड, रैपिड एंटीजन टेस्ट किट, गर्भावस्था परीक्षण किट, मच्छर प्रतिरोधी और शिशु खाद्य पदार्थ सम्मिलित हैं।
6 दिसंबर को नई दिल्ली ने पापुआ न्यू गिनी में ज्वालामुखी विस्फोट के मद्देनजर उसे दस लाख डॉलर की तत्काल राहत सहायता देने की घोषणा की है।
विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया, “भारत ने आपदा से हुए नुकसान और विनाश के लिए पापुआ न्यू गिनी की सरकार और लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है।”
मंत्रालय ने नोट किया कि नई दिल्ली एक गहरे मित्र और विकास भागीदार के रूप में संकट और त्रासदी के समय पापुआ न्यू गिनी के साथ मजबूती से खड़ा रहा है।
भारतीय बयान में जोर दिया गया, "आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नवंबर में घोषित भारत की हिन्द प्रशान्त महासागर पहल (IPOI) का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।”