क्रिस्टियान्टो ने कहा, "इंडोनेशिया के लिए देशों की संप्रभुता का सम्मान करना विदेश नीति के मूलभूत सिद्धांतों में से एक है। यही कारण है कि हम रूस और यूक्रेन के संदर्भ में स्थिति को समझने में सक्षम हैं। अंतोगत्वा, यह नाटो की महत्वाकांक्षाओं के कारण उत्पन्न हुई एक संप्रभुता समस्या है”।
महासचिव का मानना है कि इंडोनेशिया भी अपनी संप्रभुता की रक्षा पर अधिक ध्यान देता है।
क्रिस्टियान्टो ने कहा, "हमें अपनी स्वतंत्रता को नए सिरे से सिद्ध करने की आवश्यकता है जिससे विश्व को ये ज्ञात हो सके कि हमारी अपनी संप्रभुता है।"
उन्होंने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा कि इससे इंडोनेशियाई कूटनीति में सुधार होगा।