रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने रविवार को ताइवान में 13 जनवरी को हुए आम चुनाव के बारे में प्रश्न पूछे जाने पर कहा कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र कानूनी सरकार है और ताइवान चीन का एक अविभाज्य हिस्सा है।
मंत्रालय की ओर से कहा गया, रूसी पक्ष ने पुष्टि की कि 1992 से 2000 तक दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों द्वारा हस्ताक्षरित और अपनाए गए राजनीतिक दस्तावेजों में ताइवान मुद्दे पर सैद्धांतिक रुख अपरिवर्तित रहेगा। रूसी पक्ष स्वीकार करता है कि मात्र एक ही चीन है, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र कानूनी सरकार है और ताइवान चीन का एक अविभाज्य हिस्सा है। रूसी पक्ष ताइवान की किसी भी प्रकार की स्वतंत्रता का विरोध करता है।"
ज़खारोवा ने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य में दोनों पक्षों के मध्य संबंध चीन का आंतरिक मामला है। कुछ देशों द्वारा ताइवान में चुनावों का उपयोग बीजिंग पर दबाव डालने और ताइवान जलडमरूमध्य और पूरे क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने के प्रयास प्रतिकूल हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा इसकी निंदा की जानी चाहिए।
'एक देश कभी नहीं होगा ताइवान'
उधर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को चेतावनी दी कि स्व-शासित द्वीप "कभी भी" एक देश नहीं था और न ही कभी होगा।
विदेश मंत्री वांग यी ने काहिरा में अपने मिस्र के समकक्ष समेह शौकरी के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, "ताइवान कभी भी एक देश नहीं रहा है। यह अतीत में नहीं था, और यह निश्चित रूप से भविष्य में भी नहीं होगा।"