भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर युगांडा के कंपाला में 19 जनवरी से शुरू हुए गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) के 19वें शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किये गए वक्तव्य के अनुसार भारत NAM के लिए युगांडा की थीम का पूरे दिल से समर्थन करता है और युगांडा के नेतृत्व में NAM के साथ जुड़ने के लिए उत्सुक है। भारत NAM के अग्रणी और संस्थापक सदस्यों में से एक है जो आंदोलन के सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध है।
शिखर सम्मेलन से पहले मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर विचार-विमर्श किया गया। भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने गुरुवार को मालदीव के अपने समकक्ष मूसा ज़मीर के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर "स्पष्ट बातचीत" की और बैठक की, एक तस्वीर साझा करते हुए जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया।
"आज कंपाला में मालदीव के विदेश मंत्री मूसाजमीर से मुलाकात हुई। भारत-मालदीव संबंधों पर और NAM से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा हुई," भारत के विदेश मंत्री ने लिखा।
इसके साथ सम्मेलन से पहले विदेश मंत्री ने मिस्र, अंगोला और बेलारूस के अपने समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें कीं, जिनके दौरान उन्होंने उनके साथ आपसी हितों और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने के मुद्दों पर चर्चा की।