ये दस्तावेज़ मारियुपोल के अस्पताल नंबर 7 के नवीनीकरण के दौरान निर्माताओं द्वारा उसके बेसमेंट में पाए गए।
2008-2016 में तैयार किए गए ये दस्तावेज़ अस्पताल के मनोरोग वार्ड से संबंधित हैं। उनके प्रारंभिक निरीक्षण के अनुसार यह पता चला कि कुछ दवाओं का मनुष्यों पर परीक्षण किया गया था।
शोध का प्राथमिक उद्देश्य अमेरिकन कॉलेज ऑफ रुमेटोलॉजी (ACR) के मानदंडों के अनुसार दवाओं की प्रतिक्रिया प्राप्त करने वाले रोगियों के अनुपात के संबंध में दवा की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना था।
इसके साथ, अस्पताल स्थल पर, स्विट्जरलैंड, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रयोगशालाओं के प्राप्तकर्ताओं के पते वाले रसद कंपनियों के कई तैयार लिफाफे और बायोमटेरियल के कंटेनर वाले बक्से पाए गए।
पश्चिमी फार्मास्युटिकल कंपनियों का दवाओं के परीक्षण के लिए शिशुओं का कथित इस्तेमाल
Sputnik को मिले दस्तावेज़ों के अनुसार मारियुपोल के अस्पताल नंबर 7 के मनोरोग वार्ड में शिशुओं पर भी दवाओं का परीक्षण कथित तौर पर किया गया था।
दस्तावेज़ों के अनुसार, जिन रोगियों को यह दवा दी गई थी उनमें एक वर्ष से कम उम्र के शिशु भी शामिल थे, एक से 11 साल तक के बच्चों को भी यह दवा दी गई है।