अमेरिका के शस्त्र नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की उप विदेश मंत्री बोनी जेनकिंस ने बुधवार को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारत की रूस पर निर्भरता कम करने का इच्छुक है और दिल्ली को रूस से अलग करना चाहता है।
वहीं, रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत एक संप्रभु देश बन चुका है। स्वतंत्र भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी बात खुद रखने में सक्षम है और अमेरिकी सहयोग के बिना भारतीय आवाज दुनिया भर में सुनी जा रही है।
ज़खारोवा ने कहा, "मैं अमेरिकी विदेश विभाग को याद दिलाना चाहती हूं कि भारत एक संप्रभु देश है जिसने लंबे समय तक चले ब्रिटिश औपनिवेशिक उत्पीड़न को खत्म कर दिया है। स्वतंत्रता प्राप्त किए भारत के लोगों के पास अपनी आवाज है, जिसका विश्व मंच पर अधिक महत्व है। और हम इस आवाज़ को अमेरिकी विरूपण के बिना सुनते हैं।"
नई दिल्ली के रक्षा मामलों के सूत्र ने रूसी मीडिया को बताया था कि पश्चिमी देशों की भारत के साथ सैन्य-तकनीकी भागीदारी का बढ़ पाना इतना आसान नहीं है, जबकि लंबे समय से चल रहा रूस-भारत सहयोग कामयाबी के दूसरे स्तर पर पहुंच गया है।