रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिका और ब्रिटिश सेना द्वारा यमन में हूती विद्रोहियों के 18 ठिकानों को तबाह किया गया है। इनमें भूमिगत हथियार और मिसाइल भंडारण सुविधाएं, वायु रक्षा प्रणाली, रडार और एक हेलीकॉप्टर शामिल थे।
बयान में कहा गया कि अमेरिका और ब्रिटिश सेना की इस कार्रवाई को ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा, डेनमार्क, नीदरलैंड और न्यूजीलैंड का समर्थन मिला है।
वहीं हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या साड़ी ने कहा कि यमन के सशस्त्र बलों ने अदन की खाड़ी में एक अमेरिकी जहाज "टॉर्म थोर" पर कई मिसाइलें दागीं। उन्होंने साथ ही कहा कि हूती ने लाल महासागर में कई अमेरिकी सैन्य जहाजों पर ड्रोन हमले भी किए।
यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने रविवार को कहा कि उसे अदन की खाड़ी में जिबूती बंदरगाह से 70 समुद्री मील पूर्व में एक जहाज पर हमले की जानकारी मिली है। हालांकि पोत को कोई नुकसान नहीं हुआ है और चालक दल भी सुरक्षित है।
बता दें कि हूती विद्रोही उत्तरी और पश्चिमी यमन को नियंत्रित करते हैं। नवंबर 2023 में उन्होंने घोषणा की कि जब तक गाजा पट्टी में इजराइल द्वारा चलाया जा रहा सैन्य अभियान न रुके, तब तक वे इजराइल से जुड़े किसी भी जहाज पर हमले करेंगे। प्रतिउत्तर में पश्चिमी देशों ने क्षेत्र में नेविगेशन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक गठबंधन बनाया जो हूती विद्रोहियों की सैन्य क्षमताओं को कम करने के लिए उनके ठिकानों के खिलाफ कई हमले किए।