भारत-रूस संबंध
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भारत-रूस व्यापार पिछली गर्मियों के बाद से रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचा, जानें आंकड़े

जनवरी में रूस और भारत के बीच व्यापार 15% बढ़कर 6 अरब डॉलर से अधिक हो गया। रूस भारत का दूसरा सबसे बड़ा माल आपूर्तिकर्ता बना रहा, जबकि रूस को भारतीय उत्पादों की आपूर्ति 14% बढ़ी।
Sputnik
भारतीय व्यापार और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के Sputnik द्वारा किए गए विश्लेषण के अनुसार, जनवरी में रूस और भारत के बीच व्यापार पिछले साल के जनवरी की तुलना में 15% बढ़कर 6 अरब डॉलर से ज्यादा हो गया।
दोनों देशों के इतिहास में यह तीसरी बार है, जब आपसी व्यापार इस स्तर पर पहुँच गया। पहली बार ऐसा मई 2023 में हुआ था और फिर अगस्त 2023 में।
जनवरी में रूस 5.7 अरब डॉलर की आपूर्ति के साथ भारत का दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना रहा, जो एक साल पहले की तुलना में 15% अधिक है। साथ ही, रूस को भारतीय उत्पादों की आपूर्ति भी 14% बढ़कर 321 मिलियन डॉलर हो गई।
जनवरी में चीन भारत का मुख्य व्यापारिक भागीदार बन गया, जब दोनों देशों के बीच व्यापार 16% बढ़कर 10.5 अरब डॉलर हो गया। अमेरिका के साथ व्यापार 17% गिरकर 8.4 अरब डॉलर हो गया और संयुक्त अरब अमीरात के साथ यह मात्रा 27% गिरकर 7.8 अरब डॉलर हो गई। रूस चौथे स्थान पर रहा। शीर्ष पांच में सिंगापुर भी है, जिसका भारत के साथ व्यापार कारोबार 38% बढ़कर 3.6 अरब डॉलर हो गया।
देश के शीर्ष 10 सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में सऊदी अरब (3.4 अरब डॉलर), इराक (2.9 अरब डॉलर), इंडोनेशिया (2.5 अरब डॉलर), दक्षिण कोरिया और हांगकांग (प्रत्येक 2.1 अरब डॉलर) भी शामिल हैं।
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