भारत के व्यापार मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों का Sputnik द्वारा किए गए विश्लेषण के अनुसार, भारत द्वारा रूसी हीरे के आयात में 28 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी गई है।
यह वृद्धि उस समय देखी गई, जब मोदी सरकार ने पिछले जनवरी में रूस से अधिक कीमती पत्थर खरीदने का निर्णय किया था।
आंकड़ों से पता चला कि रूसी हीरों की कुल खरीद इस वर्ष 112 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई है, जो पिछले वर्ष सितंबर में 79 मिलियन डॉलर थी, जिसके बाद रूस भारत को कीमती पत्थरों का आयात करने वाला पांचवां सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया है।
भारत में हीरे के निर्यात में संयुक्त अरब अमीरात सबसे आगे है, जो वार्षिक 1.5 गुना बढ़कर 772 मिलियन डॉलर हो गया है, UAE के बाद दूसरे स्थान पर अमेरिका है, जिसका 1.4 गुना निर्यात घटकर 194 मिलियन डॉलर हो गया है।
वहीं बेल्जियम 138 मिलियन डॉलर के निर्यात के साथ तीसरे स्थान पर है, जो पिछले वर्ष के 169 मिलियन डॉलर से कम है और चौथे स्थान पर हांगकांग है, जिसका निर्यात 1.7 गुना बढ़कर 137 मिलियन डॉलर हो गया है।