अमेरिका अरविंद केजरीवाल सहित भारतीय विपक्ष के समर्थन में आवाज उठा रहा है, लेकिन पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जैसे विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारियों पर चुप हैं, जिनकी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को फरवरी में हुए चुनाव के परिणामों का प्रतिवाद करने से रोक दिया गया था।
इस बीच बुधवार को अमेरिकी विदेश विभाग के ब्रीफिंग के दौरान एक पत्रकार ने प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से पूछा कि पाकिस्तान और भारत में विपक्ष को लेकर अमेरिका ने दोहरा रवैया क्यों अपनाया।
इस सवाल का जवाब देते हुए मिलर ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि दोनों देशों के प्रति हमारे रवैये में कोई अंतर नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमने कई मौकों पर स्पष्ट किया है कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान में हर किसी के साथ कानून के शासन के हिसाब से व्यवहार किया जाए, मानवाधिकारों का सम्मान किया जाए, जैसा कि दुनिया के किसी भी देश को लेकर हमारी स्थिति रही है।"