भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि भारत को समानता के मुद्दे पर इस ग्रह पर किसी से उपदेश की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि हम सदैव इसमें विश्वास करते हैं।
वीपी धनखड़ ने ब्रिटेन में एक महिला प्रधानमंत्री की उपस्थिति और एक मजबूत न्यायिक प्रणाली जिसमें वर्षों से महिला न्यायाधीशों को शामिल किया गया है, इस बात का उद्धरण देते हुए लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, कुछ देशों में अभी भी कोई महिला राष्ट्रपति नहीं है, जबकि हमारे यहाँ ब्रिटेन से भी पहले एक महिला प्रधानमंत्री थी। अन्य देशों में सुप्रीम कोर्ट ने बिना महिला जज के 200 वर्ष पूरे कर लिए, लेकिन हमारे यहां है।"
उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के बारे में फैलाई जा रही झूठी कहानी और गलत सूचना को लेकर कहा कि CAA न तो किसी भी भारतीय नागरिक को उसकी नागरिकता से वंचित करना चाहता है, न ही यह पहले की तरह किसी को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने से रोकता है।
धनखड़ ने कहा, "CAA पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों के लिए भारतीय नागरिकता के अधिग्रहण की सुविधा प्रदान करता है। CAA उन लोगों पर लागू होता है जो 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत आए थे।"
CAA को प्रस्तुत किए जाने के लगभग चार वर्ष उपरांत 11 मार्च को इसकी अधिसूचना पर काफी प्रतिक्रियाएं आई। इस कानून के अंतर्गत 2014 से पहले देश में प्रवेश करने वाले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिम प्रवासियों के लिए नागरिकता प्रक्रिया को तेजी से ट्रैक करने का प्रयास करता है।