सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास पर इजराइली हवाई हमले के बाद ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी मीडिया ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान आने वाले दिनों में इज़राइल पर एक बड़ा मिसाइल हमला करने जा रहा है।
इस बीच तेल अवीव में बेन गुरियन हवाई अड्डे पर 11 अप्रैल की सुबह कई घंटों के लिए विमानों का परिचालन निलंबित कर दिया गया ताकि यूरोपीय देशों, अमेरिका और ब्रिटेन के राजनयिकों को निकाला जा सके।
इसके अलावा, इजराइल ने तेल अवीव और यरूशलेम में सरकारी इमारतों में आयरन डोम, थाड और पैट्रियट सहित मोबाइल मिसाइल रक्षा प्रणालियाँ अलर्ट पर रखी हैं।
वहीं ईरान में 10 अप्रैल से 13 अप्रैल तक मिसाइल लॉन्च की चेतावनी जारी की गई है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और इराक के साथ वार्ता की, लेकिन इस मुलाकात की सामग्री का खुलासा नहीं किया गया है। इजराइल ने ईरान के खिलाफ जवाबी हमले की चेतावनी दी है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी ने कहा कि फारस की खाड़ी और यमन के तट पर अमेरिकी युद्धपोत पूरी तरह अलर्ट पर हैं। साथ ही अमेरिका ने इजराइल पर संभावित ईरानी मिसाइल हमलों के बारे में मिस्र को सूचित किया।
सीरिया के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में इजराइल ने ईरानी दूतावास पर हवाई हमला किया था, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। मंत्रालय के मुताबिक, इस हमले के फलस्वरूप दूतावास की इमारत पूरी तरह से नष्ट हो गई। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के 7 सदस्य और 2 कमांडर इजराइल के इस हमले का शिकार हुए।
ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके पास इजराइल के इस हवाई हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार है। साथ ही यह कहा गया कि इजराइल से हर कीमत पर बदला लिया जाएगा।