कैंसर के रोगियों पर कैंसर के टीके का नैदानिक परीक्षण 2025 के मध्य तक आरंभ होने वाला है। इसके बारे में मास्को स्थित गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने Sputnik को बताया।
गिंट्सबर्ग ने कहा, "मेरी मान्यता है कि हम अगले वर्ष के मध्य तक कैंसर के टीके का नैदानिक परीक्षण आरंभ करेंगे, जिसमें कैंसर के रोगी भाग लेंगे।"
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि अब तक इस टीके का परीक्षण चूहों पर प्रीक्लिनिकल अध्ययनों में किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, अभी इस प्रौद्योगिकी का और विकास किया जा रहा है जिससे न केवल मेलेनोमा से पीड़ित जानवरों के जीवनकाल को 2-3 गुना बढ़ाने के लिए किया जाए, बल्कि ऐसी दवाएं बनाना है जो कि ट्यूमर और मेटास्टेसिस दोनों को पूर्ण रूप से नष्ट करें।
विशेषज्ञ ने साथ ही यह समझाया कि इन रोगों में मेटास्टेसिस प्रारंभिक अवस्था में ही प्रकट हो जाता है, इसलिए यह टीका इन रोगियों के लिए बहुत प्रासंगिक होगा।