बोलीविया में तख्तापलट करने के प्रयास पर टिप्पणी देते हुए विशेषज्ञों ने यह विचार व्यक्त किया कि यह एक "योजनाबद्ध अभियान" था।
राजनीतिक वैज्ञानिक मार्सेलो अरेक्विपा ने Sputnik से कहा कि "अमेरिकी दूतावास के इरादों के अनुरूप काम करने वाले कई लोग हैं जो इस योजना का सक्रिय हिस्सा थे।"
अरेक्विपा के अनुसार, इस तख्तापलट की तैयारी "कई महीने पहले" आरंभ हो गई थी। उन्होंने कहा, "यह परिदृश्य अनायास नहीं था, यह योजनाबद्ध था।"
विश्लेषक अल्वारो डेल पोज़ो ने बोलीविया में हुई इस घटना को लेकर कहा, "जो लोग कई तख्तापलट से गुजरे हैं, उन्हें ज्ञात है कि सैनिक तत्काल समर्थन प्रदान करने के लिए सामने आते हैं, जो इस स्थिति में नहीं हुआ। मुझे लगता है कि यह एक बहुत ही अयोग्य अभियान था, जिसको चलाने वाले लोगों को मालूम नहीं था कि न तो राजनीतिक वर्ग और न ही समाज उसका समर्थन करेगा।"
बोलिवियाई मीडिया ने बुधवार को ला पाज़ में मुरिलो स्क्वायर में एक सैन्य सभा की सूचना दी जहां सरकारी इमारतें स्थित हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार, पहले सेना कमांडर के पद से बर्खास्त कर दिए गए जनरल ज़ुनिगा के नेतृत्व में कई सैनिकों ने बख्तरबंद वाहक का उपयोग करके राष्ट्रपति महल में घुसने की कोशिश की। बोलीविया के नेता एर्स ने लोकतंत्र के प्रति सम्मान का आह्वान किया और जो कुछ हो रहा था उसे तख्तापलट का प्रयास बताया।
ला पाज़ में यह क्षिति लगभग तीन घंटे तक चली। इस समय राष्ट्रपति ने राष्ट्र को संबोधित किया और नई सेना कमान नियुक्त की। जनरल ज़ुनिगा और दो अन्य सैन्य नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, सत्ता परिवर्तन के इस प्रयास के परिणामस्वरूप नौ लोग घायल हो गए।