भारतीय मीडिया बिजनस स्टैन्डर्ड ने उद्योग सूत्रों और शिपिंग आंकड़ों के हवाले से रिपोर्ट की कि जुलाई में रूस भारत का सब से बड़ा तेल निर्यातक रहा।
मीडिया के अनुसार, भारत को तेल निर्यात करने में रूस ने फिर खाड़ी देशों और अमेरिका को पीछे छोड़ दिया।
पेरिस स्थित केप्लर के बाजार खुफिया आंकड़ों के हवाले से मीडिया ने कहा कि भारत ने जुलाई में प्रतिदिन 4.69 मिलियन बैरल तेल का आयात किया, जिसमें रूसी तेल का हिस्सा लगभग 45 प्रतिशत था। इससे पहले जून में भारत ने प्रतिदिन 4.6 मिलियन बैरल तेल आयात किया था, जिस में रूसी तेल का हिस्सा 44.4 प्रतिशत था।
रूसी विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद रूस भारत का सबसे बड़ा तेल निर्यातक बना था। तेल टैंकर ट्रैकिंग डेटा और उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, मई 2024 में भारत का रूसी तेल आयात 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
भारत-रूसी तेल संबंधों को लेकर पश्चिमी देश भारत पर दबाव डालते रहते हैं ताकि भारत रूसी तेल का आयात खत्म करे। रूसी विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने हाल ही में एक बार और इसपर ध्यान केंद्रित किया है कि पश्चिमी देश भारत पर अपनी विदेश नीति बदलने और नई दिल्ली और मास्को के बीच के तेल व्यापार को लेकर बहुत दबाव डाल रहे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय संबंधों में बिल्कुल अस्वीकार्य है।