क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने गुरुवार को कहा कि रूस के परमाणु सिद्धांत में हाल ही में घोषित बदलावों को अमित्र देशों के लिए एक निश्चित संकेत माना जाना चाहिए।
रूस आक्रमण की स्थिति में परमाणु हथियारों का उपयोग करने का अधिकार सुरक्षित रखता है, जिसमें पारंपरिक हथियारों का उपयोग करके दुश्मन द्वारा रूस के लिए गंभीर खतरा पैदा करना भी शामिल है।
पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, "इसे एक निश्चित संकेत माना जाना चाहिए।" उन्होंने साथ ही कहा कि दस्तावेज़ में समायोजन तैयार किए गए हैं और उनके बाद के प्रकाशन पर निर्णय बाद में किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि रूस का बेहतर परमाणु सिद्धांत पश्चिम को हमले के परिणामों के बारे में चेतावनी संकेत भेजता है, जरूरी नहीं कि परमाणु साधनों से हो।
पेसकोव ने कहा, "वास्तव में पूरी दुनिया अच्छी तरह से जानती है, इसके समझदार लोग हमारी परमाणु क्षमता और इसकी निवारक भूमिका के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। बेशक, परमाणु निवारण को उन तनाव के तत्वों को ध्यान में रखते हुए समायोजित किया जा रहा है जो हमारी सीमाओं की परिधि के साथ विकसित हो रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि समझदार राष्ट्राध्यक्ष, समझदार राजनेता, विश्लेषक पुतिन के बयानों की गंभीरता को अच्छी तरह समझते हैं। परमाणु शस्त्रागार के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि रूस की परमाणु शस्त्रागार बनाने की योजनाओं पर चर्चा नहीं की गई और इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा परमाणु ट्रायड परमाणु निवारण का गारंटर है।"