प्रत्यक्ष अभियोग का मतलब है कि मामला बिना किसी प्रारंभिक सुनवाई के सीधे मुकदमे में चला जाएगा।
इससे वह महत्वपूर्ण चरण छूट जाता है, जहां अभियुक्त के बचाव पक्ष के वकील को अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह करने और वास्तविक मुकदमा शुरू होने से पहले अपने मुवक्किल के खिलाफ मामले की तह तक पहुंचने का अवसर मिलता है।
कथित चार आरोपी भारतीय नागरिक करण बराड़, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह को 21 नवंबर को सुनवाई के लिए सरे प्रांतीय न्यायालय में पेश होना था, लेकिन उसे रद्द कर दिया गया है। इसके बजाय अब वे 11 फरवरी, 2025 को पेश होंगे।
कनाडा के अधिकारियों द्वारा यह कदम निज्जर की हत्या में भारत सरकार को कथित रूप में शामिल करने के आरोपों के कारण कनाडा और भारत के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच उठाया गया है।