रूसी परमाणु एजेंसी रोसाटॉम ने मंगलवार को बताया कि रूपपुर परमाणु ऊर्जा परियोजना पर बांग्लादेश भ्रष्टाचार विरोधी आयोग की टिप्पणी बदनाम करने का प्रयास है।
रोसाटॉम ने द हिंदू को भेजे एक बयान में कहा, "रोसाटॉम अपनी सभी परियोजनाओं में खुलेपन की नीति और भ्रष्टाचार से निपटने के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है और एक पारदर्शी खरीद प्रणाली बनाए रखता है। बाहरी ऑडिट नियमित रूप से परियोजना की व्यावसायिक प्रक्रियाओं के खुलेपन की पुष्टि करते हैं। रोसाटॉम स्टेट कॉरपोरेशन अदालत में अपने हितों और प्रतिष्ठा का बचाव करने के लिए तैयार है।"
रोसाटॉम ने बांग्लादेश के भ्रष्टाचार विरोधी संगठन को “भड़काऊ” बताते हुए कहा कि मीडिया में दिए गए झूठे बयानों को रूपपुर एनपीपी परियोजना को बदनाम करने का प्रयास मानते हैं, जिसे देश की ऊर्जा आपूर्ति समस्याओं को हल करने के लिए लागू किया जा रहा है और जिसका उद्देश्य बांग्लादेश के नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करते हुए उनकी जीवन प्रक्रिया में सुधार करना है।
इससे पहले बांग्लादेश के भ्रष्टाचार विरोधी आयोग द्वारा एक आरोप लगाया गया था कि प्रधानमंत्री पद से हटाई गई शेख हसीना और उनके परिवार के सदस्यों सहित उनकी भतीजी यूके की सांसद ट्यूलिप सिद्दीक ने मलेशिया में अपतटीय संगठनों को लगभग 900 मिलियन डॉलर का धन शोधन किया।
आयोग ने एक आंतरिक जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि आयोग ने रूपपुर परमाणु ऊर्जा परियोजना में लगभग 5 बिलियन डॉलर की “अनियमितताएं” पाई हैं, जो 2011 से चल रही है।