पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, "अभी तक, केवल एक समझ बनी है जिसके अनुसार रूसी स्थिति यह है कि ईरान के परमाणु डोजियर की इस समस्या का समाधान केवल शांतिपूर्ण राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से ही किया जाना चाहिए। हमारा मानना है कि इसकी संभावना है।"
क्रेमलिन प्रवक्ता ने आगे बताया कि ईरान के साथ रूस पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध विकसित कर रहा है और परमाणु समस्या के समाधान के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार है।
इसके अतिरिक्त, पेसकोव ने कहा कि रियाद में रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच वार्ता में ईरान के मुद्दे पर चर्चा तो हुई लेकिन विस्तार से नहीं हो पाई।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जनवरी में कहा था कि रूस और ईरान परमाणु ऊर्जा सहित संयुक्त परियोजनाओं का कार्यान्वयन जारी रखेंगे तथा ऊर्जा के क्षेत्र में अन्य संभावित परियोजनाएं भी हैं।