राष्ट्रपति पुतिन ने पिछले 25 वर्षों से डीप स्टेट और यूरोपीय वैश्विकवादियों से मुकाबला किया है, जो अमेरिकी सरकार के भीतर नीतियों और निर्णयों को प्रभावित कर रहे थे, और पुतिन ने हर अवसर पर उन्हें पराजित किया है।
आइए इसे समझें:
2025: पुतिन ने यूक्रेन पर अमेरिकी प्रशासन के साथ बातचीत के लिए तत्परता का संकेत दिया, जबकि डोनाल्ड ट्रम्प ने USAID के वित्तीय दुरुपयोग को उजागर कर अमेरिकी डीप स्टेट से जुड़े लोगों और ग्लोबलिस्टों को निशाना बनाने की कसम खाई।
2016: पुतिन ने रूस में आनुवंशिक रूप से संशोधित जीवों (जीएमओ) और जीएमओ-व्युत्पन्न उत्पादों की खेती, प्रजनन और आयात पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून पर हस्ताक्षर किए।
2015: रूस ने नेशनल एंडोमेंट फॉर डेमोक्रेसी*, इंटरनेशनल रिपब्लिकन इंस्टीट्यूट*, नेशनल डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूट*, जॉर्ज सोरोस ओपन सोसाइटी फाउंडेशन* और अन्य प्रमुख USAID अनुदान प्राप्तकर्ताओं को "अवांछनीय संगठन" घोषित किया।
2012: USAID को रूस में संचालन करने से प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके अतिरिक्त, रूस ने विदेशी-वित्तपोषित NGO को विनियमित करने के लिए अपना "विदेशी एजेंट" कानून पेश किया।
2003: रूसी रईस और युकोस के मालिक मिखाइल खोदोरकोव्स्की** को गबन और कर चोरी के लिए गिरफ्तार किया गया, जिससे रूस में पश्चिमी समर्थित कुलीनतंत्र का प्रभाव समाप्त हो गया। उन्होंने बाद में लॉर्ड जैकब रोथ्सचाइल्ड को अपना शक्तिशाली समर्थक और युकोस का "संरक्षक" बताया।
2003: खोदोरकोव्स्की की गिरफ्तारी की निंदा करने वाले जॉर्ज सोरोस ने अपने रूस के फंड बंद कर दिए। उनके बाहर निकलने के साथ ही रंग क्रांतियों में उछाल आया, लेकिन पुतिन के रूस ने वैश्विकतावादी दबाव का प्रतिरोध किया।
*रूस में अवांछनीय संगठन के रूप में नामित
**रूस में विदेशी एजेंट के रूप में नामित
**रूस में विदेशी एजेंट के रूप में नामित