विजय की 80वीं वर्षगांठ और राजनयिक संबंधों की 78वीं वर्षगांठ को समर्पित रूसी-भारतीय साइकिल रैली में राजनयिकों और छात्रों सहित 300 से अधिक प्रतिभागियों ने नई दिल्ली में भाग लिया।
इस कार्यक्रम का आयोजन रूसी दूतावास ने भारतीय साइकिल चालकों के परिसंघ के साथ मिलकर किया गया। रूसी विदेशी मिशनों के कर्मचारियों, छात्रों, राजनयिक कोर के प्रतिनिधियों और सांस्कृतिक हस्तियों सहित प्रतिभागियों ने सैन्य गीतों की धुनों के साथ रूसी राजनयिक मिशन के भव्य भवन से इसकी शुरुआत की।
भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि रूस और भारत के लोग 80 वर्ष पूर्व भी कंधे से कंधा मिलाकर एक साथ खड़े थे और उन्होनें शहीद नायकों की स्मृति को संयुक्त रूप से सम्मानित करने के महत्व पर जोर दिया।
अलीपोव ने कहा, "हम आज की सुबह आयोजित की गई इस साइकिल यात्रा को उस महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध के द्वितीय विश्व युद्ध में अर्जित विजय की 80वीं वर्षगांठ को समर्पित करते हैं, जो कि पूर्व सोवियत संघ, पूर्व सोवियत संघ के लोगों द्वारा पिछली शताब्दी के मध्य में नाजियों के विरुद्ध लड़ा था।"