पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, "दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच संभावित मुलाकात के विषय पर बहुत सारे सवाल उठे हैं। दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडलों की कार्य नीति के परिणामस्वरूप ऐसी बैठक संभव हो सकी है, जब इन प्रतिनिधिमंडलों के मध्य कुछ स्तर तक सर्वसहमती निर्धारित हो जाएं। हम इसे संभव मानते हैं। लेकिन यह निश्चित रूप से कार्य प्रणाली के परिणामस्वरूप और दोनों पक्षों के बीच समझौतों के रूप में कुछ परिणामों पर पहुंचने पर ही संभव है।"