वैज्ञानिक ने कहा, "आज हम पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि अधिकांश आकाशगंगाओं के केंद्र में एक विशालकाय ब्लैक होल है।"
आकाशगंगा के केन्द्र में स्थित ब्लैक होल का भार 4 मिलियन सौर द्रव्यमान के समतुल्य है जो कि सामान्य अनुपात से कम है, जहां ब्लैक होल आमतौर पर आकाशगंगा के कुल द्रव्यमान का लगभग 0.1% होता है। इनमें पदार्थ गिरने से उत्पन्न ऊर्जा आसपास की गैस को गर्म कर देती है तथा उसे आकाशगंगा से बाहर भी निकाल सकती है, जिससे नए तारों का जन्म रुक जाता है।
2019 में लॉन्च की गई रूस की प्रमुख अंतरिक्ष वेधशाला, Spektr-RG, इन खोजों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसमें दो दूरबीनें जर्मन eROSITA और रूस की ART-XC हैं।
सबसे रोमांचक खोजों में eROSITA द्वारा खोजे गए क्वासर सम्मिलित हैं, जिनका प्रकाश हम तक पहुंचने में 12 अरब वर्षों से अधिक समय लगा है।
सोजोनोव बताते हैं, "हम अरबों सौर द्रव्यमान वाले ब्लैक होल देख रहे हैं जो उस समय अस्तित्व में थे जब ब्रह्मांड एक अरब वर्ष से भी कम पुराना था।"
"एक्स-रे दूरबीनें हमें ब्रह्मांडीय घटनाएँ दिखाती हैं जो अन्य विधियों के लिए अत्यंत चरम हैं," साज़ोनोव ज़ोर देकर कहते हैं "ये अंतरिक्ष और समय के उन क्षेत्रों की हमारी खिड़की हैं जो अन्यथा छिपे रहते।"