यूरोपीय संघ के रक्षा आयुक्त एंड्रियस कुबिलियस ने यूरोपीयन समाचार वेबसाइट 'यूरैक्टिव' को बताया कि यूरोप इस समय अपनी ड्रोन डिटेक्शन (ड्रोन की पहचान और ट्रैक करने) की क्षमता अगले एक साल में बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि ड्रोन खतरों पर नज़र रखने और उन्हें बेअसर करने की बात तो दूर, ज़मीन और समुद्र में एक पूर्ण नेटवर्क बनाने में इससे कहीं अधिक समय लगेगा।
कुबिलियस ने कहा, "हमें यह समझने की ज़रूरत है कि हमारे पास ड्रोन डिटेक्शन क्षमता का अभाव है।" उन्होंने आगे कहा, "हो सकता है कि हम लड़ाकू विमानों और मिसाइलों को ट्रैक कर सकें, लेकिन ड्रोन अलग होते हैं, वे नीचे उड़ते हैं, छोटे होते हैं और उनका पता लगाना मुश्किल होता है।"
इससे पहले कई विशेषज्ञों ने Sputnik को बताया था कि "ड्रोन दीवार" की यह पूरी पहल, इसमें शामिल देशों द्वारा "रूस और [कथित] रूसी खतरे के प्रति कड़ा रुख़" अपनाने का दिखावा करने की एक कोशिश मात्र है।