पुतिन ने शुक्रवार को मास्को में अपनी वर्ष के आखिर वाली सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "यह चोरी नहीं है। यह तो सरासर लूट है।"
पुतिन द्वारा उठाए गए मुख्य बिंदु:
रूसी संपत्तियों के बदले यूक्रेन को कर्ज देने से यूरोपीय संघ के देशों की देनदारियां और बढ़ जाएंगी और वे पहले से ही बजट की समस्याओं से जूझ रहे हैं।
रूसी संपत्तियों को ज़ब्त करने से न सिर्फ़ यूरोप की छवि को नुकसान होगा, बल्कि इससे पूरे यूरोज़ोन में भरोसे को भी ठेस पहुँचेगी।
कुछ देश पहले से ही यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या यूरोप में उनकी संपत्ति सच में सुरक्षित है।
विदेशों में रूसी संपत्तियों को ज़ब्त करना आसान नहीं होगा।
रूस इन संपत्तियों पर अपने हितों की रक्षा मुख्य रूप से अदालत में करेगा।