https://hindi.sputniknews.in/20221227/museebaton-ke-samay-kee-dalaee-laama-kee-ghoshana-268633.html
'मुसीबत के समय' की दलाई लामा की घोषणा
'मुसीबत के समय' की दलाई लामा की घोषणा
Sputnik भारत
तिब्बती बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक नेता, दलाई लामा ने "मुसीबत के समय" की शुरुआत की घोषणा की और इस संबंध में "चीजों की अन्योन्याश्रित प्रकृति को समझने" की प्रासंगिकता पर ज़ोर दिया।
2022-12-27T18:40+0530
2022-12-27T18:40+0530
2022-12-27T18:42+0530
दलाई लामा
तिब्बत
विश्व
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/1b/270888_0:13:3475:1968_1920x0_80_0_0_d0271740562a75abc9df74c0538f1dfc.jpg
इससे पहले, दलाई लामा XIV बोधगया (बिहार, भारत) पहुंचे, जहां उन्होंने महाबोधि मंदिर में श्रोताओं को संबोधित किया। बाद में दलाई लामा ने बौद्धों के लिए इस खास जगह पर एक प्रार्थना की। महाबोधि मंदिर वहां बनाया गया था जहां बौद्ध धर्म के संस्थापक शाक्यमुनि बुद्ध ने 2,600 साल पहले पूर्ण मोक्ष को प्राप्त किया था।झिरोंकिना के अनुसार, दुनिया के 65 देशों के बौद्ध बोधगया में दलाई लामा की पारंपरिक शीतकालीन शिक्षण सत्र के लिए आए हैं।झिरोंकिना का कहना है कि बोधगया में दलाई लामा की शीतकालीन शिक्षण सत्र 29 दिसंबर को शुरू होकर 1 जनवरी को आध्यात्मिक नेता की दीर्घायु की एक प्रार्थना से समाप्त हो जाएंगी। इसके दौरान वे प्राचीन भारतीय दार्शनिक नागार्जुन के कार्य "बोधिचित्त की व्याख्या" को समझाएंगे और 21 तारा का आशीर्वाद समारोह आयोजित करेंगे। दलाई लामा की आधिकारिक रूसी-भाषा वेबसाइट पर इस सत्र को रूसी में अनुवाद के साथ प्रसारित किया जाएगा।
तिब्बत
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2022
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/1b/270888_342:0:3430:2316_1920x0_80_0_0_af5c78f1d2a798bb951f5c66c2a468a1.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
दलाई लामा, बोधगया, आध्यात्मिक नेता, बोधगया में प्रवचन, शीतकालीन शिक्षाएं, महाबोधि मंदिर, शाक्यमुनि बुद्ध
दलाई लामा, बोधगया, आध्यात्मिक नेता, बोधगया में प्रवचन, शीतकालीन शिक्षाएं, महाबोधि मंदिर, शाक्यमुनि बुद्ध
'मुसीबत के समय' की दलाई लामा की घोषणा
18:40 27.12.2022 (अपडेटेड: 18:42 27.12.2022) मास्को (Sputnik) - तिब्बती बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक नेता, दलाई लामा ने "मुसीबत के समय" की शुरुआत की घोषणा की और इस संबंध में "चीजों की अन्योन्याश्रित प्रकृति को समझने" की प्रासंगिकता पर ज़ोर दिया। दलाई लामा की रूसी भाषा की आधिकारिक वेबसाइट की संपादक और सेव तिब्बत फाउंडेशन की प्रमुख यूलिया झिरोंकिना ने Sputnik को यह बताया।
इससे पहले, दलाई लामा XIV बोधगया (बिहार, भारत) पहुंचे, जहां उन्होंने महाबोधि मंदिर में श्रोताओं को संबोधित किया।
"दलाई लामा ने 'मुसीबत के समय' के आगमन के बारे में बात की। उनके अनुसार, यद्यपि मानवता भौतिक विकास के मामले में एक लंबा रास्ता चली गयी है, "हमारे दिल अभी भी जुनून और नफरत के कारण उथल-पुथल में हैं, और बुद्ध के दया और प्रेम पर शिक्षण को, आज की चीजों की अन्योन्याश्रित प्रकृति को पहले से कहीं अधिक समझने की ज़रूरत है," झिरोंकिना ने कहा।
बाद में दलाई लामा ने
बौद्धों के लिए इस खास जगह पर एक प्रार्थना की। महाबोधि मंदिर वहां बनाया गया था जहां बौद्ध धर्म के संस्थापक शाक्यमुनि बुद्ध ने 2,600 साल पहले पूर्ण मोक्ष को प्राप्त किया था।
"87 वर्षीय आध्यात्मिक नेता ने सत्य की अपरिहार्य विजय के प्रेरक शब्दों से अपना भाषण समाप्त किया। यह रूस में उनके अनुयायियों के विचारों और आकांक्षाओं के अनुरूप है, जो इन नए साल के दिनों में आध्यात्मिक खोज के लिए बोधगया पहुंचे। वे इस कठिन समय में समर्थन हासिल करने और अपने दिल और दिमाग का विकास करने के लिए गए”।
झिरोंकिना के अनुसार, दुनिया के 65 देशों के बौद्ध बोधगया में
दलाई लामा की पारंपरिक शीतकालीन शिक्षण सत्र के लिए आए हैं।
"2019 के बाद से, जब कोरोनोवायरस महामारी शुरू हुई और दलाई लामा को धर्मशाला में अपने निवास पर रहने के लिए मजबूर किया गया, तो बोधगया में कोई शिक्षण सत्र नहीं हुआ। इस वर्ष इसकी बहाली एक बहुत महत्वपूर्ण घटना है जिसकी बौद्ध बड़ी आशा से प्रतीक्षा कर रहे हैं," सेव तिब्बत फाउंडेशन के प्रमुख ने यह जोड़ा।
झिरोंकिना का कहना है कि बोधगया में दलाई लामा की शीतकालीन शिक्षण सत्र 29 दिसंबर को शुरू होकर 1 जनवरी को आध्यात्मिक नेता की दीर्घायु की एक प्रार्थना से समाप्त हो जाएंगी। इसके दौरान वे प्राचीन भारतीय दार्शनिक नागार्जुन के कार्य "बोधिचित्त की व्याख्या" को समझाएंगे और 21 तारा का आशीर्वाद समारोह आयोजित करेंगे। दलाई लामा की आधिकारिक रूसी-भाषा वेबसाइट पर इस सत्र को रूसी में अनुवाद के साथ प्रसारित किया जाएगा।