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भारत करेगा विश्व का 'सबसे लंबा रिवर क्रूज' लॉन्च
भारत करेगा विश्व का 'सबसे लंबा रिवर क्रूज' लॉन्च
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रिवर क्रूज अपनी पहली यात्रा के दौरान पांच भारतीय राज्यों और बांग्लादेश की राजधानी ढाका से होकर चलेगा। तीन-डेक क्रूज पोत कथित तौर पर 62 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है।
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केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को कहा कि भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी देश में अंतर्देशीय समुद्री संपर्क को बढ़ावा देने के लिए अगले सप्ताह दुनिया के "सबसे लंबे रिवर क्रूज" का उद्घाटन करेंगे।मंत्री के बयान के अनुसार, क्रूज की पहली यात्रा 13 जनवरी को गंगा के तट पर स्थित वाराणसी नगर से शुरू होगी। तीन-डेक क्रूज पोत कथित तौर पर 62 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है।गंगा और ब्रह्मपुत्र दोनों बांग्लादेश की ओर बहती हैं, जहां नदियाँ बंगाल की खाड़ी में बहने से पहले एक एकल नदी प्रणाली बनाने के लिए एक साथ जुड़ती हैं।भारतीय बयान में कहा गया है कि क्रूज 27 विभिन्न नदी प्रणालियों से होकर चलेगा और यूनेस्को की कुछ विश्व धरोहर स्थलों सहित दो नदियों के तट पर स्थित प्रमुख पर्यटन स्थलों पर रुकेगा।सोनोवाल ने कहा कि यह शानदार क्रूज अंतर्देशीय नदी संपर्क और पर्यटन को ही नहीं, भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' को भी बढ़ावा देगा। 2014 में प्रधान मंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई, इस नीति को भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के अन्य देशों के बीच संपर्क और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र जिसमें सात राज्य शामिल हैं, चीन, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाओं पर स्थित होने के कारण एक्ट ईस्ट पॉलिसी पहल को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।भारत नदी पर्यटन की संभावनाओं को लेकर उत्साहित है बयान के अनुसार, सोनोवाल ने उम्मीद जताई है कि नया क्रूज लाइनर "उद्यमियों को देश के दूसरे हिस्सों में नदी क्रूज का अध्ययन करने के लिए उत्साहित करेगा।"वर्तमान में गंगा के तट पर वाराणसी और कोलकाता के पूर्वी बंदरगाह के बीच आठ नदी क्रूज चलते हैं, साथ ही ब्रह्मपुत्र नदी पर छोटे क्रूज भी चलते हैं।भारतीय बयान में वैश्विक नदी क्रूज बाजार का सकारात्मक वर्णन किया गया, जिसमें बयान के अनुसार पिछले कुछ वर्षों तक लगभग पांच प्रतिशत वृद्धि हुई है। इसमें कहा गया है कि 2027 तक कुल क्रूज बाजार में रिवर क्रूज की हिस्सेदारी करीब 37 फीसदी की होगी।
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केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, दुनिया का "सबसे लंबा रिवर क्रूज", क्रूज बांग्लादेश से होकर, गंगा और ब्रह्मपुत्र की नदी प्रणाली, 27 विभिन्न नदी प्रणालियों से होकर क्रूज, भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी, भारत में नदी पर्यटन
केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, दुनिया का "सबसे लंबा रिवर क्रूज", क्रूज बांग्लादेश से होकर, गंगा और ब्रह्मपुत्र की नदी प्रणाली, 27 विभिन्न नदी प्रणालियों से होकर क्रूज, भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी, भारत में नदी पर्यटन
भारत करेगा विश्व का 'सबसे लंबा रिवर क्रूज' लॉन्च
18:45 08.01.2023 (अपडेटेड: 10:44 09.01.2023) रिवर क्रूज अपनी पहली यात्रा के दौरान पांच भारतीय राज्यों और बांग्लादेश की राजधानी ढाका से होकर चलेगा। यह यात्रा मार्च में समाप्त होगी।
केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को कहा कि भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी देश में अंतर्देशीय समुद्री संपर्क को बढ़ावा देने के लिए अगले सप्ताह दुनिया के "सबसे लंबे रिवर क्रूज" का उद्घाटन करेंगे।
मंत्री के बयान के अनुसार, क्रूज की पहली यात्रा 13 जनवरी को गंगा के तट पर स्थित वाराणसी नगर से शुरू होगी। तीन-डेक क्रूज पोत कथित तौर पर 62 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है।
51-दिवसीय और 3,200 किलोमीटर लंबी यात्रा की मंज़िल उत्तर-पूर्वी राज्य असम के डिब्रूगढ़ में समाप्त होगी। डिब्रूगढ़ ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर स्थित है, जो चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र से भारत में बहती है। क्रूज बांग्लादेश से होकर भी चलेगा।
गंगा और ब्रह्मपुत्र दोनों बांग्लादेश की ओर बहती हैं, जहां नदियाँ बंगाल की खाड़ी में बहने से पहले एक एकल नदी प्रणाली बनाने के लिए एक साथ जुड़ती हैं।
भारतीय बयान में कहा गया है कि क्रूज 27 विभिन्न नदी प्रणालियों से होकर चलेगा और यूनेस्को की कुछ विश्व धरोहर स्थलों सहित दो नदियों के तट पर स्थित प्रमुख पर्यटन स्थलों पर रुकेगा।
सोनोवाल ने कहा कि यह शानदार क्रूज अंतर्देशीय नदी संपर्क और पर्यटन को ही नहीं, भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' को भी बढ़ावा देगा। 2014 में प्रधान मंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई, इस नीति को भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के अन्य देशों के बीच संपर्क और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र जिसमें सात राज्य शामिल हैं, चीन, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाओं पर स्थित होने के कारण एक्ट ईस्ट पॉलिसी पहल को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
भारत नदी पर्यटन की संभावनाओं को लेकर उत्साहित है
बयान के अनुसार, सोनोवाल ने उम्मीद जताई है कि नया क्रूज लाइनर "उद्यमियों को देश के दूसरे हिस्सों में नदी क्रूज का अध्ययन करने के लिए उत्साहित करेगा।"
वर्तमान में गंगा के तट पर वाराणसी और कोलकाता के पूर्वी बंदरगाह के बीच आठ नदी क्रूज चलते हैं, साथ ही ब्रह्मपुत्र नदी पर छोटे क्रूज भी चलते हैं।
भारतीय बयान में वैश्विक नदी क्रूज बाजार का सकारात्मक वर्णन किया गया, जिसमें बयान के अनुसार पिछले कुछ वर्षों तक लगभग पांच प्रतिशत वृद्धि हुई है। इसमें कहा गया है कि 2027 तक कुल क्रूज बाजार में रिवर क्रूज की हिस्सेदारी करीब 37 फीसदी की होगी।