विश्व
खबरें ठंडे होने से पहले इन्हें पढ़िए, जानिए और इनका आनंद लीजिए। देश और विदेश की गरमा गरम तड़कती फड़कती खबरें Sputnik पर प्राप्त करें!

भारत और श्रीलंका रुपयों में व्यापार शुरू करनेवाले हैं

© AP Photo / Mahesh Kumar A.An Indian vendor counts 10 rupee notes at a shop in Hyderabad, India, Sunday, Sept. 1, 2013.
An Indian vendor counts 10 rupee notes at a shop in Hyderabad, India, Sunday, Sept. 1, 2013. - Sputnik भारत, 1920, 09.01.2023
सब्सक्राइब करें
श्रीलंका 70 से अधिक वर्षों में सबसे खराब वित्तीय संकट का सामना कर रहा है, जो विदेशी मुद्रा की कमी के कारण शुरू हुआ था।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इंडियन बैंक को श्रीलंका में तीन बैंकों को विशेष रुपया वोस्ट्रो खाते खोलने का अनुमोदन प्रदान किया है।
उन खातों को एक सप्ताह के दौरान खोलने की योजना है। उनकी मदद से प्रभावित श्रीलंकाई अर्थव्यवस्था को बहुत आवश्यक विदेशी धन प्रदान किया जाएगा
अपने विदेशी मुद्रा संकट को कम करने के लिए कोलंबो ने रूस के साथ भी रुपयों में व्यापार करने पर चर्चा की थी। इससे श्रीलंका को ऊर्जा और उर्वरकों का आयात करने का मौका मिल सकता है।
इसके अलावा भारत ने उत्तरी शहर जाफना को ओमानथाई से जोड़ने के लिए रेल ट्रैक पर काम करना शुरू किया है। भारतीय क्रेडिट लाइन के वित्तपोषण का प्रयोग करते हुए ट्रैक में सुधार किया जा रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र की प्रसिद्ध भारतीय कंपनी इरकॉन से इस परियोजना के पुनर्वास में मदद मिलेगी।
“श्रीलंकाई रेलवे के आधुनिकीकरण में भारत के हिस्सा लेने की मदद से माल और लोगों के आवागमन में वृद्धि होगी। यह तीर्थयात्रियों को मदद देगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा,“ श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने रविवार को कहा।
हाल के हफ़्तों में भारत ने जाफना और चेन्नई के बीच हवाई संपर्क साथ ही उत्तरी श्रीलंका और भारतीय दक्षिणी बंदरगाहों के बीच नौका संपर्क फिर से स्थापित करने के माध्यम से श्रीलंका से अपने आर्थिक संबंधों को मजबूती देने का प्रयास किया है।
इसके अलावा, नई दिल्ली ने श्रीलंका को लगभग 4 अरब डॉलर का वित्तीय पैकेज प्रदान किया है। श्रीलंका अब विदेशी मुद्रा की कमी के कारण 70 से अधिक वर्षों में सबसे खराब वित्तीय संकट का सामना कर रहा है। विदेशी मुद्रा की कमी के कारण देश के लिए ईंधन, भोजन, और दवाओं जैसे आवश्यक संसाधन खरीदना मुश्किल है।
इस संकट की वजह से गोतबया राजपक्षे की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिराया गया था।
न्यूज़ फ़ीड
0
loader
चैट्स
Заголовок открываемого материала