https://hindi.sputniknews.in/20230505/bharat-russia-ke-bich-bhartiya-rupye-men-dvipakshiy-vyapaar-ke-nilnaban-ki-khabren-mahaj-afvaah-1828203.html
भारत-रूस के बीच भारतीय रुपये में द्विपक्षीय व्यापार के निलंबन की खबरें महज अफवाह
भारत-रूस के बीच भारतीय रुपये में द्विपक्षीय व्यापार के निलंबन की खबरें महज अफवाह
Sputnik भारत
भारत और रूस के बीच भारतीय रुपये में द्विपक्षीय व्यापार पर बातचीत जारी है
2023-05-05T14:40+0530
2023-05-05T14:40+0530
2023-05-05T14:40+0530
भारत-रूस संबंध
भारत
रूस
आयात
तेल का आयात
रुपया-रूबल व्यापार
द्विपक्षीय व्यापार
राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/04/05/1437171_0:192:2048:1344_1920x0_80_0_0_f84b427be7cc4ce999583953bf836d77.jpg
भारत और रूस के बीच भारतीय रुपये में द्विपक्षीय व्यापार पर बातचीत जारी है और वार्ता निलंबन की खबरें सही नहीं है, भारतीय मीडिया ने शुक्रवार को सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी प्रदान की।वस्तुतः गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत और रूस के बीच रुपये में द्विपक्षीय व्यापार के लिए हो रही वार्ता को वर्तमान में स्थगित कर दिया गया है।यद्यपि भारत के वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से इस मामले में अब तक कोई टिप्पणी नहीं की गई है। ध्यान देने योग्य है कि भारत ने पिछले साल फरवरी में यूक्रेन में विशेष अभियान के तुरंत बाद रूस के साथ रुपये से भुगतान तंत्र की खोज शुरू कर दी थी। कुछ व्यापार डॉलर के अलावा अन्य मुद्राओं में किया जा रहा है, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात के साथ दिरहम में व्यापार भी सम्मिलित है।बता दें कि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पश्चिमी प्रतिबंधों को दरकिनार कर रूस से भारत का व्यापारिक आयात वित्त वर्ष 2022-23 में 369% बढ़कर लगभग 46.3 बिलियन डॉलर हो गया है, जो 2021-22 में 9.87 बिलियन डॉलर था।
https://hindi.sputniknews.in/20230505/riuusii-sngh-ke-bhaaritiiy-riupyon-ko-any-mudraa-men-kaise-sthaanaantriit-kiyaa-jaae-lvriov-1828650.html
भारत
रूस
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/04/05/1437171_0:0:2048:1536_1920x0_80_0_0_6156c8fb0129b08d7eb05e637b21e459.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
भारतीय रुपये में व्यापार, भारत के वित्त मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक, रूस से भारत का आयात
भारतीय रुपये में व्यापार, भारत के वित्त मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक, रूस से भारत का आयात
भारत-रूस के बीच भारतीय रुपये में द्विपक्षीय व्यापार के निलंबन की खबरें महज अफवाह
रूस विरोधी पश्चिमी प्रतिबंधों के द्दष्टि के समक्ष, भारत और रूस राष्ट्रीय मुद्राओं में पारस्परिक भुगतान के तंत्र पर काम कर रहे हैं, और आपूर्ति मार्गों को अनुकूलित करने में भी लगे हुए हैं।
भारत और रूस के बीच भारतीय रुपये में द्विपक्षीय व्यापार पर बातचीत जारी है और वार्ता निलंबन की खबरें सही नहीं है, भारतीय मीडिया ने शुक्रवार को सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी प्रदान की।
वस्तुतः गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत और रूस के बीच रुपये में द्विपक्षीय व्यापार के लिए हो रही वार्ता को वर्तमान में स्थगित कर दिया गया है।
"ऐसी मनगढ़ंत खबरें पश्चिमी समाचार एजेंसियों की तरफ से फैलाई जा रही है। दोनों पक्षों के बीच जारी बातचीत में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है," मामले की जानकारी रखने वाले सरकारी सूत्रों के हवाले से स्थानीय मीडिया ने कहा।
यद्यपि भारत के वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से इस मामले में अब तक कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
ध्यान देने योग्य है कि भारत ने पिछले साल फरवरी में यूक्रेन में विशेष अभियान के तुरंत बाद रूस के साथ रुपये से भुगतान तंत्र की खोज शुरू कर दी थी। कुछ व्यापार डॉलर के अलावा अन्य मुद्राओं में किया जा रहा है, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात के साथ दिरहम में व्यापार भी सम्मिलित है।
बता दें कि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पश्चिमी प्रतिबंधों को दरकिनार कर
रूस से भारत का व्यापारिक आयात वित्त वर्ष 2022-23 में 369% बढ़कर लगभग 46.3 बिलियन डॉलर हो गया है, जो 2021-22 में 9.87 बिलियन डॉलर था।