विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

एनसीबी ने आरोपी की संपत्ति ट्रैक करने के लिए इसरो सैटेलाइट का किया उपयोग

द्वारका जिले के जोडिया के मूल निवासी ईसा राव, जो 600 करोड़ रुपये के मोरबी ड्रग बरामदगी और देश के अन्य हिस्सों में ड्रग्स की बरामदगी में शामिल था, हेरोइन की खेप पाकिस्तानी ड्रग माफिया से खरीदी गई और अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में बीच समुद्र में डिलीवरी की गई थी।
Sputnik
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने पहली बार गुजरात के द्वारका में जोडिया गांव में एक कथित ड्रग तस्कर की संपत्ति पर निर्माण के चरणों को रिकॉर्ड करने के लिए इसरो की एड्रीन उपग्रह इमेजरी का उपयोग किया है। ऐसा इसलिए किया गया जिससे यह पता लगाया जा सके कि नवंबर 2021 के 600 करोड़ रुपये के मोरबी ड्रग के मुख्य आरोपी ईसा राव ने अवैध व्यापार से पैसा इकट्ठा किया था।
57 लाख रुपये की लागत से बने उसके घर से संबंधित सबूत हासिल करने के बाद, एनसीबी ने राव की संपत्ति को जब्त करने का आदेश जारी किया।

"राव ने स्थानीय पंचायत को अपनी संपत्ति में वृद्धि के बारे में कोई दस्तावेज जमा नहीं किया था। इसलिए हमने इसरो के उन्नत डाटा प्रोसेसिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट की मदद लेने का फैसला किया ताकि यह स्थापित किया जा सके कि उसने जोडिया में अपनी संपत्ति कैसे विकसित की और एक तीन मंजिला घर बनाया,“ एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।

एनसीबी के एक अधिकारी ने भी बताया कि उन्होंने 2019 और नवंबर 2022 के बीच संपत्ति में किए गए बदलावों की निगरानी की, ताकि यह पता चल सके कि जमीन पर एक बड़ा बंगला कैसे बना, जबकि राव कथित रूप से सक्रिय होकर अपना अवैध कारोबार चला रहा था।

उन्होंने कहा कि एनसीबी ने राव की संपत्ति की तस्वीरों को सत्यापित करने के लिए गूगल अर्थ का भी इस्तेमाल किया।

गुजरात एटीएस द्वारा 15 नवंबर, 2021 को मोरबी में एक निर्माणाधीन घर से 600 करोड़ रुपये मूल्य की 120 किलोग्राम हेरोइन जब्त की, इसके बाद राव छिप गया था। इस खेप को गुजरात तट के रास्ते तस्करी कर भारत लाया गया था, इसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।

आगे की जांच में 776.5 करोड़ रुपये मूल्य की 155.3 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई और एक नाइजीरियाई नागरिक सहित 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उस मामले में भी राव कथित रूप से शामिल पाया गया था।

विचार-विमर्श करें