फ्रांस का नागरिक होने के नाते सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज नेपाल के जेल से निकलकर फ्रांस लौटेगा।
एक विदेशी मीडिया ने शोभराज के वकील गोपाल शिवकोटी चिंतन के हवाले से रिपोर्ट किया कि शोभराज काठमांडू केन्द्रिय कारागार से निकलकर पुलिस अधिकारियों के साथ नेपाल के आव्रजन विभाग में ले जाया गया।
नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने उसको बुरे स्वास्थ्य के आधार पर रिहा करने का फैसला किया था। नेपाली कानून के अनुसार ऐसे कैदियों को रिहा करने की संभावना है जो अच्छा व्यवहार दिखाते रहते हें और जेल की 75 प्रतिशत अवधि पूरी कर ली है।
सीरियल किलर शोभराज को पहली बार 1963 में चोरी के आरोप में पेरिस में जेल की सजा मिली थी। लेकिन बाद में मालूम हुआ कि उसने इसके साथ फ्रांस, ग्रीस, तुर्की, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, भारत, थाईलैंड और मलेशिया में अपराध किया था। वह कई देशों की जेलों से भागा था और न्याय से छिपने में सक्षम होने की वजह से लोग शोभराज को सांप कहने लगे।
बाद में उसको 1976 से 1997 तक एक फ्रांसीसी पर्यटक को जहर देने और मारने के कारण भारत के जेल में रहना पड़ा। शोभराज को 1997 में रिहा कर दिया गया और वह फ्रांस लौटा।
लेकिन उसने नेपाल लौटने का जोखिम उठाने का निर्णय किया, क्योंकि वह सोचता था कि वहाँ वह अधिकारियों से सुरक्षित होगा। लेकिन 2003 में नेपाल में ही उसको गिरफ्तार किया गया और आजीवन कारावास की सजा मिली।
उसकी ज़िंदगी और इन सब घटनाओं के आधार पर पश्चिम देशों और बॉलीवुड में कई फीचर फिल्में बनाई गई हैं। 2021 में इस हत्यारे की कहानी बतानेवाली एक नेटफ्लिक्स श्रृंखला "द सर्पेंट" रोशनी में आई।