ब्राजील के नए राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने ब्रिक्स में शामिल देशों यानी ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ़्रीका गणराज्य के सहयोग को ज्यादा मजबूत करने के आपने इरादे का ऐलान किया।
लूला दा सिल्वा ने अपने उद्घाटन के दौरान भाषण में कहा कि मर्कोसुर यानी दक्षिण अमेरिका के देशों के साझा बाजार के आधार पर और इस क्षेत्र के दूसरे संघों के आधार पर दक्षिण अमेरिकी एकीकरण की बहाली करना ब्राजील की मुख्य भूमिका होगी। इस आधार पर ब्राजील अमेरिका, यूरोपीय संघ, चीन, एशियाई देशों और अन्य शक्तिशाली देशों के साथ सक्रिय और लाभकारी संवाद बनाने में सक्षम होगा। हाल के वर्षों के अपने अलगाव को तोड़ने के लिए ब्राजील ब्रिक्स को मजबूती देगा और अफ्रीकी देशों के साथ सहयोग करेगा।
लूला दा सिल्वा ने आपने भाषण के दौरान यह भी कहा कि वे भूख और वनों की कटाई से लड़ने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था की स्थिति को ज्यादा अच्छा करने के लिए कदम उठाएंगे और देश को एकजुट करने का प्रयास करेंगे। लूला ने दावा किया कि उनकी प्राथमिकताओं में से गरीबी को हटाने और शिक्षा और स्वास्थ्य में निवेश करने की इच्छा है। इसके साथ वे ब्राजील को हरित महाशक्ति बनाना चाहते हैं।
लूला ने यह शपथ ली कि वे संविधान को बनाए रखेंगे और उसकी रक्षा करेंगे। इसके अलावा उन्होंने 3.3 करोड़ लोगों को भुखमरी से और 10 करोड़ लोगों को गरीबी से "बचाने" का वादा किया।
लूला डा सिल्वा के राष्ट्रपति पद का उद्घाटन समारोह रविवार को ब्राजील की राजधानी में आयोजित किया गया था। उसकी शुरुआत में ब्राजील के फुटबॉल लेजन्ड पेले और पूर्व पोप बेनेडिक्ट सोलहवें को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन हुआ। उद्घाटन के आयोजकों के अनुसार, इस कार्यक्रम में 65 विदेशी प्रतिनिधिमंडलों ने भाग लिया। रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व फेडरेशन काउंसिल की अध्यक्ष वेलेंटीना मतवियेंको ने किया।