स्थानीय मीडिया के अनुसार भारतीय सेना की 117 इंजीनियर रेजिमेंट की कैप्टन सुरभि जखमोला सीमा सड़क संगठन (BRO - बीआरओ) में विदेश में सेवा करने के लिये तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी होंगी।
इस अधिकारी को दंतक परियोजना के तहत भूटान भेजा जाएगा।
इस अधिकारी को दंतक परियोजना के तहत भूटान भेजा जाएगा।
याद दिलाएं कि कई दिन पहले भारतीय वायु सेना ने सुखोई-30 की फाइटर पायलट स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी को 16 से 26 जनवरी तक चल रहे “वीर गार्जियन 2023” अभ्यास के लिए जापान में तैनात किया गया था। अवनी चतुर्वेदी भारत की पहली तीन महिला लड़ाकू पायलटों में से एक हैं, जो इस अभ्यास में भाग लेने के लिए जापान में प्रस्थान करेंगी।
भारतीय सशस्त्र बलों ने सियाचिन ग्लेशियर पर एक महिला अधिकारी, कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स के कैप्टन शिवा चौहान को भी तैनात किया। वह पहली ऐसी महिला अधिकारी बनी हैं जिनको दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र की रखवाली का कार्य मिला है।
कुल मिलाकर सशस्त्र बलों में महिलाओं को शामिल करने की एक निरंतर विकसित होने वाली प्रक्रिया है और भारतीय सेना द्वारा नियमित रूप से इसकी समीक्षा की जाती है। वर्तमान में, महिलाओं को भारतीय सेना में दस धाराओं में यानी चिकित्सा सेवाओं के अलावा इंजीनियरों की कोर में, सिग्नल की कोर, सेना वायु रक्षा, सेना सेवा कोर, सेना आयुध कोर, इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स की कोर, सेना विमानन कोर, खुफिया कोर, जज एडवोकेट जनरल शाखा और सेना शिक्षा कोर में शामिल किया जा रहा है।