"बुधवार को चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कैबिनेट में घोषणा की कि जर्मनी आगे से यूक्रेन के लिए अपनी सैनिक सहायता को और बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि संघीय सरकार ने यूक्रेनी सशस्त्र बलों को मुख्य लड़ाई टैंक लेपर्ड 2 देने का निश्चय किया था," स्टीफन हेबेस्ट्रेट ने संवाददाताओं से कहा।
अधिकारी ने यह भी कहा कि यह निश्चय जर्मन और उसके करीबी यूरोपीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के बीच बातचीत के बाद किया गया।
अधिकारी ने बताया कि इसके साथ जर्मनी के यूरोपीय साझेदार भी यूक्रेन में लेपर्ड 2 टैंक भेजेंगे।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा जर्मनी के नए सहायता पैकेज में गोलाबारूद, प्रणाली के रखरखाव और रसद में सहायता शामिल होंगी।
इसके साथ अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (AfD) विपक्षी दल के नेता टिनो च्रुपल्ला ने चांसलर के निश्चय को "गैर-जिम्मेदार" और "खतरनाक" समझकर कहा कि कीव में टैंक भेजना बुंडेसवेहर की "लूटपाट" थी और इसके कारण रूस से विवाद में शामिल होने का खतरा बढ़ गया।
पश्चिमी देश रूस पर बहुत प्रतिबंध लगाकर यूक्रेन में हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं। रूसी विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने कहा कि रूस यूक्रेन के लिए हथियारों के किसी भी सामान को अपना वैध निशान बनाएगा।