रूसी रक्षा मंत्रालय के बोर्डिंग स्कूल की अध्यक्ष लरीसा मक्सीमोवा ने कहा कि "सुवोरोव मिलिट्री स्कूल के पांच छात्र और रूसी रक्षा मंत्रालय के बोर्डिंग स्कूल की पांच छात्राएं कार्यक्रम में भाग लेते हैं। वे सब 8 से 11 कक्षा तक के छात्र हैं। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चयन मुश्किल था। सभी प्रतिभागियों के लिए अंग्रेजी बोलना जरूरी है, इसके साथ उन्होंने भारत की संस्कृति और परंपराओं से सम्बंधित परीक्षा दी थी। 100 से अधिक प्रश्न थे, और हमने सबसे अच्छे छात्रों को चुना।"
जैसा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने पहले कहा, भारत के सभी राज्यों और क्षेत्रों के 2.1 हजार से अधिक कैडेटों के साथ-साथ 19 मित्र देशों यानी "अर्जेंटीना, ब्राजील, मंगोलिया, रूस, किर्गिज़स्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान, नेपाल, वियतनाम, मालदीव, मोजाम्बिक, मॉरीशस, सेशेल्स, सूडान, अमेरिका, यूके, न्यूजीलैंड और फिजी" के प्रतिनिधि कार्यक्रम में भाग लेंगे।
इस साल भारतीय कैडेट कोर की 75वीं जयंती मनाई जाती है।
मक्सीमोवा ने कहा, "लड़कों को भारत में समय बिताना बहुत दिलचस्प लगता है। उन्हें देश की संस्कृति पसंद है। उन्हें बड़ी प्राचीन इमारतें और किले पसंद हैं। लड़कों को किले, तोपखाने की स्थापनाएं पसंद हैं। और लड़कियों को भी।"
जैसा कि कैडेट खुद बताते हैं, यात्रा के दौरान वे दिल्ली, जयपुर और आगरा में गए, उनको भारतीय संस्कृति और इतिहास के बारे में जानकारी मिली और उन्होंने अन्य देशों के कैडेटों से बात की।