भारत सरकार के प्रमुख ने कहा कि, "ऊर्जा क्षेत्र 21वीं सदी में दुनिया के भविष्य को निर्धारित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज, नए ऊर्जा स्रोतों के विकास और ऊर्जा परिवर्तन में सबसे मजबूत आवाजों में से एक भारत की है।"
मोदी ने कहा कि, "भारत, जो दृढ़ता से एक विकसित देश बनने की राह पर अग्रसर है, उसके पास ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व और विशाल अवसर हैं।"
ऊर्जा सप्ताह 6 से 8 फरवरी तक दक्षिण भारत के बेंगलूरु में हो रहा है। भारतीय G20 अध्यक्षता के अंतर्गत यह कार्यक्रम इस स्तर का पहला आयोजन है।
इस में केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी, राज्यपाल थावरचंद गहलोत और सीएम बसवराज बोम्मई भी शामिल हैं। दुनियाभर से इसमें 30 से अधिक मंत्री भाग लेंगे जो भारत के ऊर्जा उद्योग की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने वाले हैं।