विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

भारत: चंद्रयान-3 के संभावित लैंडिंग स्थलों का चयन परिपूर्ण

चंद्रयान कार्यक्रम, जिसे भारतीय चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के रूप में भी जाना जाता है, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा बाहरी अंतरिक्ष मिशन की एक सतत श्रृंखला है।
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने तीसरे चंद्र अभियान "चंद्रयान-3" के लिए तीन संभावित लैंडिंग स्थलों के निर्देशांक को अंतिम रूप दे दिया है।
"सभी संभावित लैंडिंग स्थल चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र में पृथ्वी की तरफ हैं," अंतरिक्ष एजेंसी के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने बताया।
गौरतलब है कि चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र वैज्ञानिकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है क्योंकि वहां हिम अवशेषोँ के प्राप्ति की संभावना है।
बता दें कि भारत ने पहला चंद्र रॉकेट, चंद्रयान-1, साल 2008 में लॉन्च किया था, और इसे सफलतापूर्वक चंद्र कक्षा में स्थापित किया गया था। इसके बाद साल 2019 में चंद्रयान-2 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था लेकिन इसका लैंडर तकनीकी खराबी के कारण चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अब एक बार फिर "चंद्रयान-3" साल 2023 के अंत में पुनः प्रक्षेपित होने की उम्मीद है।
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