भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक नील मोहन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म YouTube के सीईओ का पद संभालने वाले हैं। नील मोहन तकनीकी उद्योग में बहुत प्रसिद्ध आदमी हैं, क्योंकि उन्होंने Google सहित विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों में काम करते हुए उनके विकास में बड़ा योगदान किया है।
इस मौके पर उन्होंने अपने ट्विटर में लिखा कि "सुसान वोजिकी, धन्यवाद! इन सभी सालों तक आपके साथ काम करना शानदार था। आपने YouTube को क्रेयटोरों और दर्शकों के लिए असाधारण घर बनाया है। मैं इस महान और महत्वपूर्ण मिशन पर काम करना जारी रखने को लेकर उत्साहित हूँ। आगे क्या होगा मैं इसका बड़ा इंतजार कर रहा हूँ।"
तो उनके बारे में क्या जानना चाहिए और उनकी जिंदगी से संबंधित क्या दिलचस्प जानकारी उपलब्ध है?
शिक्षा और कैरियर की शुरुआत
मोहन ने 1996 में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस में स्नातक किया था। बाद में उन्होंने 2005 में स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस में एमबीए किया।
नील मोहन ने 1996 में Accenture कंपनी में अपना कैरियर शुरू किया था और इसके बाद NetGravity नामक एक स्टार्टअप में काम करने लगे। फिर वह स्टार्टअप ऑनलाइन विज्ञापन फर्म DoubleClick का हिस्सा हो गया और 2007 में Google ने DoubleClick को खरीदा।
Google में काम करने की अवधि
Google में नील मोहन के अच्छे काम की बदौलत उनको कुछ सालों बाद सीनियर वाइस प्रेसिडेंट का पद मिला।
वहाँ उन्होंने AdSense को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो अब दुनिया के सबसे सफल विज्ञापन प्लेटफार्मों में से एक है।
YouTube में कामयाब कार्य
2015 में मोहन YouTube की टीम में शामिल हुए। मोहन के नेतृत्व में YouTube Music, YouTube TV, YouTube Premium और YouTube Shorts सहित कई सफल उत्पाद और सुविधाएँ विकसित की गई हैं।
इसके अलावा इस कंपनी केचीफ प्रोडक्ट ऑफिसर होने के नाते उन्होंने YouTube पर सिफारिश के एल्गोरिदमों को बेहतर करने पर काम किया। इसके साथ मोहन क्रेयटोर मॉनेटाइज़ेशन पर ध्यान केंद्रित करने और उस में महत्वपूर्ण योगदान करने के कारण बहुत प्रसिद्ध हैं।