जल्दी चुनाव आयोजित करने के लिए शहबाज शरीफ की सरकार पर दबाव डालने की एक और कोशिश करते हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में घोषणा की है कि उनके पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) दल का ‘जेल भरो’ आंदोलन अगले बुधवार को लाहौर से शुरू होगा।
"वे हमें जेलों से डरा रहे हैं। हम उनकी [गिरफ्तारी करने की] इच्छा पूरी करनेवाले हैं। हम जेलों को भरेंगे और उन [वर्तमान सरकार] के पास [पार्टी कार्यकर्ताओं को रखने के लिए] जेलों में जगह नहीं होगी," इमरान खान ने शुक्रवार को एक टीवी ब्रोडकास्ट में कहा।
खान ने यह भी कहा कि "अगर खुदा चाहे तो मैं बुधवार से अपनी 'जेल भरो तहरीक' की घोषणा कर रहा हूं। आज मैं अपने पूरे दल से आंदोलन की तैयारी करने की अपील कर रहा हूं।"
1992 के क्रिकेट विश्व कप के विजेता कप्तान के अनुसार, ‘जेल भरो’ आंदोलन शरीफ के नेतृत्व में सरकार को गिराएगा क्योंकि जनता उनका समर्थन करती है।
उन्होंने आगे दावा किया कि पाकिस्तान की वर्तमान सरकार "आयातित" सरकार है क्योंकि वह चुनावों के माध्यम से नहीं, देश में "ऑक्शन" के माध्यम से ही सत्ता में आई थी।
खान ने कहा कि पीटीआई के सदस्य देश भर में विरोध प्रदर्शन करेंगे और पाकिस्तान में कानून व्यवस्था की बुरी स्थिति को उजागर करते हुए अपनी गिरफ्तारी के लिए पुलिस थानों में जाएंगे।
पीटीआई प्रमुख ने नहीं बताया कि पीटीआई के कौनसे शीर्ष नेता आंदोलन का नेतृत्व करने वाले है। इसके साथ खान ने नहीं कहा कि क्या वे गिरफ्तारी के लिए पीटीआई के सदस्यों के साथ आंदोलन में भाग लेंगे या नहीं। अब वे उन चोटों से उबर रहे हैं जो नवंबर 2022 में एक सरकार विरोधी प्रदर्शन में हत्या के प्रयास के दौरान उनको लगी थीं।