रूसी विदेश मंत्री सर्गे लवरोव और रूसी प्रतिनिधिमंडल भारत में विदेश मंत्रियों की G20 बैठक में नॉर्ड स्ट्रीम पर आतंकवादी हमले के बारे में बताएंगे, रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा।
मंत्रालय के बयान में कहा गया, "हमारा इरादा सुरक्षा, ऊर्जा और खाद्य पदार्थ के क्षेत्र में वर्तमान स्थिति पर रूसी रवैया स्पष्ट रूप से व्यक्त करना है। यूरोपीय संघ और नाटो की जिम्मेदारी में नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन के हिस्से पर हुए आतंकवादी हमले के बारे में और अफ्रीका और सबसे गरीब देशों की जरूरतों के लिए रूसी उर्वरकों वाले मानवीय सामान की अवैध गिरफ़्तारी के बारे में निष्पक्ष और तथ्यात्मक रूप से बताया जाएगा।“
सेर्गे लवरोव के अलावा नई दिल्ली की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली, चीन के विदेश मंत्री किन गांग और जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के पहुँचने की उम्मीद है।
इसके साथ यह उम्मीद है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी G20 के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों को संबोधित करके विश्व स्तर पर भारत के बढ़ते प्रभाव की बात करेंगे।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान उभरती चुनौतियों और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर भारत के दृष्टिकोण को साझा करने वाले हैं।
इसके अलावा यह बताया जाता है कि उस बैठक में विदेश मंत्री बहुपक्षीय राजनय, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद के मुकाबले, उभरते खतरों, मानवीय सहायता और आपदा राहत पर चर्चा करने वाले हैं।
याद दिलाएं कि भारत ने 1 दिसंबर को G20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी, जो 30 नवंबर 2023 को खत्म होगी। राज्य और सरकार के प्रमुखों के स्तर पर G20 का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में आयोजित करने की योजना बनाई गई है।