पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान में हैं जिसके कारण निम्न और मध्यम वर्ग के लिए इस साल रमजान मनाना मुश्किल होगा।
रमजान के पवित्र महीने में 12 घंटे से अधिक का उपवास रखना होता है और उसके बाद लोग भव्य तरीके से इफ्तार (शाम का खाना) का जी भर के आनंद लेते हैं। इफ्तार के लिए लोग अलग अलग तरह के खाने की चीजों के शॉपिंग करते है लेकिन महंगाई के कारण इस बार लोग खरीदारी सीमित कर सकते हैं।
“मैं रमजान के पवित्र महीने में दान वितरण के लिए दो प्रकार के राशन पैक बना रहा हूं जैसे एक बैग की कीमत 4,000 रुपये है और इसमें आटा, चीनी, चावल, दाल, चाय, नमक, तेल और घी, चना और सेंवई हैं। दूसरे राशन बैग की कीमत 6,000 रुपये है और इसमें उत्पादों की मात्रा अधिक है, पिछले रमजान हमने इन वस्तुओं को 40-50 प्रतिशत कम दरों पर पैक किया था। हम चावल नहीं जोड़ सकते क्योंकि अच्छी गुणवत्ता वाले बासमती चावल 150-300 रुपये प्रति किलो की तुलना में अब 300-500 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच बिकते हैं,” कराची रिटेल ग्रॉसर्स ग्रुप के महासचिव फरीद कुरैशी ने पाकिस्तानी मीडिया को कहा।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सरकार का कीमतों को कम करने के लिए भारी सब्सिडी या शुल्क करों में छूट देने का कोई भी प्रयास आईएमएफ की ऋण स्वीकृति से पहले परेशानी पैदा कर सकता है।