अमृतपाल सिंह कौन है?
"वह ट्रांसपोर्ट के बिजनेस के लिए दुबई में था और वह वापस लौट आया। जो भी हुआ थोड़ा रहस्यमय है। दीप सिद्धू नामक शख्स ने "वारिस पंजाब दे" नाम का संगठन शुरू किया दुर्भाग्यवश फरवरी के महीने में वह एक्सीडेंट में मारा गया। उसकी मौत के बाद कोई नहीं था जो उसके संगठन को चलाएं हालांकि उसका परिवार संगठन देख रहा था लेकिन तभी अचानक ये अमृतपाल सिंह सामने आया और उसने इस संगठन पर कब्जा कर लिया। मैं नहीं जानता की अमृतपाल को किसने चुना और किसने ट्रेन किया लेकिन उसने अपने इंटरव्यू में भिंडरावाले के बारे में बात की," पूर्व पंजाब DGPशशिकांत
क्या खालिस्तान आंदोलन से भारत को खतरा है?
"वैसे मैं पूछता हुआ क्या है खालिस्तान आंदोलन यह पहले भी नहीं था और नाहीं अब है। कुछ लोगों का एक ग्रुप है, जो आईएसआई -पाकिस्तान या भारत में रहने वाले कुछ ग्रुप इसकी बात करते है। एक बार 1984 में ये सामने आया था लेकिन फ्लॉप साबित हुआ। कुछ घटक दल इसको समय समय पर उठाते रहते है, या फिर जगह जगह अपने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखते रहते हैं। इधर उधर इसकी बातें होती रहती है लेकिन ये आंदोलन न पहले था ना ही आज है, और न कभी भविष्य में होगा," पूर्व पंजाब DGP