खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास में आग लगाने का प्रयास किया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने अपने अमेरिकी समकक्षों को इस बात से भी अवगत कर दिया है कि आने वाले हफ्तों में वह भारत विरोधी तत्वों द्वारा इस तरह के विरोध प्रदर्शनों की उम्मीद करते हैं।
भारतीय एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दो दाढ़ी वाले टोपी पहने लोगों ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय मिशन के प्रवेश द्वार पर ज्वलनशील पदार्थ डाला और इमारत में आग लगाने की कोशिश की हालांकि अज्ञात कारणों से आग नहीं फैला।
इस घटना के लगभग 11 घंटे बाद मजबूत सुरक्षा के अभाव में खालिस्तान समर्थकों ने अस्थायी बैरिकेड तोड़ दिए और सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास के परिसर के अंदर जबरन प्रवेश किया। इस के बाद प्रदर्शनकारियों ने दूतावास के दरवाजों और खिड़कियों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
इस दौरान वाणिज्य दूतावास के एक कर्मचारी को मामूली चोटें आईं। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में सभी भारतीय राजनयिक मिशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास और यहां भारतीय दूतावास के वरिष्ठ अधिकारियों ने अमेरिकी सरकार और कैलिफोर्निया राज्य सरकार में कई स्तरों पर बहुत कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह सब एक दिन पहले शुरू हुआ जब खालिस्तान समर्थकों के एक समूह ने वाणिज्य दूतावास परिसर के सामने एक तंबू गाड़ दिया और विरोध शुरू कर दिया था। शनिवार की शाम अलगाववादी सिखों ने वाणिज्य दूतावास की दीवार को पेंटिंग से विरूपित कर दिया हालांकि वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों ने जल्दी से भित्तिचित्रों को हटा दिया। इस घटना के बाद संबंधित अधिकारियों को तुरंत इसके बारे में सूचित किया गया। उन्हें बताया गया कि उन्हें जानकारी थी कि विरोध हिंसक हो सकता है।
हाल के महीनों में खालिस्तान समर्थकों द्वारा कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूके में भारत विरोधी गतिविधियों में वृद्धि हुई है जिन्होंने इन देशों में कुछ हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की है। सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में कुछ खालिस्तान समर्थकों द्वारा एक विरोध प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ की घटना को लेकर भारत ने दिल्ली में यूएस चार्ज डी अफेयर्स के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया।