खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का एक और असत्यापित वीडियो सामने आया है जिसमें उसने दावा किया कि उसे मौत का कोई डर नहीं है और वह जल्द ही दुनिया के सामने पेश होगा।
सोशल मीडिया पर उसके आत्मसमर्पण की खबरों को खारिज करते हुए उसने अकाल तख्त को फिर से सरबत खालसा मण्डली बुलाने के लिए उकसाया।
सरबत खालसा में सरबत का मतलब सभी और खालसा का मतलब सिख होता है यानी सभी सिखों की एक सभा जिसमें दुनियाभर से सिख समुदाय के संगठनों को बुलाया जाता है और इसमें कुछ मसलों पर चर्चा के बाद फैसले लिए जाते हैं और इन फैसलों को सभी मानते हैं।
इस विडियो में वह शॉल लपेटे हुए एक सफेद कुर्ता और काली पगड़ी में देखा गया। उसने वीडियो में कहा कि उसे मौत से डर नहीं लगता है।
“जिनको ऐसा लगता है कि मैं भगोड़ा हो गया हूँ और मैंने अपने साथियों को छोड़ दिया है, उन्हें यह भ्रम अपने मन में नहीं रखना चाहिए। मुझे मौत का डर नहीं है और जल्द ही दुनिया के सामने पेश होंगे और 'संगत' के बीच भी होंगे," उसने पंजाबी में वीडियो में कहा।
वीडियो में अमृतपाल ने फिर से अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अकाल तख्त अमृतसर से वाहीर (सिख धर्म के प्रचार की एक पुरानी प्रथा है) रखने की अपील की और कहा कि बैसाखी के दिन दमदमा साहिब में सरबत खालसा आयोजित कर इसे समाप्त किया जाए।
"यह आपके परीक्षण का समय है। सिख समुदाय देख रहा है कि आप उनके मुद्दे को लेकर कितने गंभीर हैं। आपको एक परिवार से संबद्धता के लिए दोष का सामना करना पड़ता है। लेकिन यह इस तरह के दोष से बाहर निकलने का समय है, ”उसने वीडियो में कहा।
अमृतपाल ने कहा कि वह जल्द ही सार्वजनिक रूप से सामने आएगा और उसने कुछ लोगों की बातों को खारिज खारिज करते हुए कहा कि वह अपने बाल फिर से कटवा सकते हैं।
"ऐसा करने से पहले मैं अपना सिर हटवा दूंगा," उसने कहा।
खलिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह 18 मार्च से लापता है जब वह उसे गिरफ्तार करने आई पंजाब पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।
अमृतपाल के वीडियो से पहले कल पंजाब पुलिस ने उन मीडिया रिपोर्टों को खारिज करते हुए कहा कि वह खबरें जिनमें दावा किया गया था कि खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने आत्मसमर्पण करने से पहले पंजाब पुलिस के सामने तीन शर्तें रखी हैं,वो फर्जी हैं।