भारत ने मंगलवार को चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में कुछ जगहों के नाम बदलने को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों का नाम बदलने के संबंध में आज बयान जारी कर कहा कि राज्य की जगहों को नए नामों को देने की कोशिश से वास्तविकता नहीं बदलेगी।
"हमने ऐसी खबरें देखी हैं। यह पहली बार नहीं है जब चीन ने ऐसा प्रयास किया है। हम इसे सिरे से खारिज करते हैं। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविच्छेद्य अंग है और हमेशा रहेगा। आविष्कृत नाम देने का प्रयास इस वास्तविकता को नहीं बदलेगा," बागची ने कहा।
चीन के मंत्रालय ने नामों की सूची में दो भूमि क्षेत्रों, दो आवासीय क्षेत्रों, पांच पर्वत चोटियों और दो नदियों के सटीक निर्देशांक भी दिए हैं और जगहों के नाम और उनके अधीनस्थ प्रशासनिक जिलों की श्रेणी में सूचीबद्ध की है।
चीन ने 2017 में तिब्बतियों के बौद्ध गुरु दलाई लामा की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा के बाद नामों के पहले सेट की घोषणा की थी। चीन ने दलाई लामा की यात्रा की तीव्र आलोचना भी की थी।