भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने मंगलवार को रूसी उप प्रधानमंत्री के साथ दूसरी बैठक की, दोनों पक्षों ने व्यापार, अंतरिक्ष, आईटी-उद्योग, व्यापार (रूस से पश्चिमी फर्मों की वापसी के बाद), अन्य मुद्दों के साथ-साथ भारत-रूस सहयोग पर चर्चा की।
इसके साथ साथ दोनों देशों ने यह संकेत भी दिया कि निकट भविष्य में भारत और यूरेशियन आर्थिक संघ (EEAU) के बीच एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।
भारत और रूस का अंतरिक्ष में सहयोग दशकों का है इसी को आगे बढ़ाते हुए रूस के उप प्रधानमंत्री और रूसी संघ के उद्योग और व्यापार मंत्रीडेनिस मंटुरोव ने बताया कि रूस भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान में सहायता कर रहा है।
रूसी अधिकारी के मुताबिक रूसी विशेषज्ञ वायुगतिकी और आपातकालीन बचाव प्रणाली की जांच करने के साथ साथ रूस भारत को फ्लाइट सूट और स्पीड सेंसर की भी आपूर्ति करता है।
इससे पहले राजधानी नई दिल्ली में सोमवार को भारत-रूस व्यापार संवाद में जयशंकर और मंटूरोव ने रूसी और भारतीय फर्मों के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की।
"यूरेशियन आर्थिक आयोग के साथ मिलकर, हम भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत को तेज करने की उम्मीद कर रहे हैं, इसके अलावा, हम निवेश के संवर्धन और संरक्षण के लिए रूस-भारत द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करने पर काम कर रहे हैं," मंटूरोव ने रूस-भारत व्यापार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा।
मंटूरोव ने आगे यह भी कहा कि मास्को व्यापार में गुणात्मक वृद्धि में रुचि रखता है।
"अपने सहयोगियों के साथ मुक्त व्यापार के सिद्धांतों की रक्षा के लिए, रूस ने आयात वरीयताओं सहित कई प्रभावी उपाय किए हैं। रूसी और भारतीय व्यापारियों के बीच निवेश की सुरक्षा की गारंटी देने वाले तंत्र की मांग होगी," उन्होंने कहा।
भारत रूस व्यापार संवाद के बाद रूसी उप प्रधान मंत्री डेनिस मंटूरोव ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की और भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की।
मीडिया ने डोभाल और मंटुरोव के बीच बैठक से परिचित लोगों के हवाले से बताया कि दोनों पक्षों ने भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को लागू करने के लिए कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।