फरवरी के अंत में तुर्किए और सीरिया के कुछ हिस्सों में आए विनाशकारी भूकंप में बेचारा नन्हा स दब गया था।
मिर्गी से पीड़ित बिल्ली ने एक बार फिर दिन के प्रकाश को देखने के लिए ढाई महीने का इंतजार किया है।
हम सभी जानते हैं कि एक बिल्ली के नौ जीवन होते हैं, लेकिन हमें यकीन नहीं है कि यह ठीक इस बिल्ली की कितनी अंतिम जीवन बची हुई है।
इसी साल फरवरी में तुर्किए और सीरिया में आए तेज भूकम्प से करीब 45 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई और अनेकों गगनचुंबी भवनों धरती में भूगर्भस्थ हो गए।