भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय में वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने कहा कि, यह दुनिया भर में हिंदू भावनाओं पर हमला है।
दरअसल यूक्रेन मंत्रालय के ट्वीट को "वर्क ऑफ आर्ट" शीर्षक दिया गया था, जिसमें हिन्दुओं की आराध्य देवी काली की छवि एक विस्फोटक धुएं की पृष्टभूमि पर चित्रित थी।
"तस्वीरें यूक्रेन सरकार का असली चेहरा दिखाती हैं। यूक्रेन ने देवी काली का इस तरह मजाक उड़ाया है जैसा किसी विदेशी सरकार या देश ने कभी नहीं किया है," कंचन गुप्ता ने कहा।
साथ ही उन्होंने यूक्रेनी मंत्रालय की कार्रवाइयों को "निर्लज्ज घृणास्पद भाषण" भी कहा।
इस बीच देश भर के नेटिज़न्स ने भी ट्वीट पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है और लोगों ने यूक्रेनी मंत्रालय की खिंचाई करते हुए कहा कि यूक्रेन ने भारत का अपमान किया है। एक यूजर ने मांग की कि विदेश मंत्री एस जयशंकर को भारत में यूक्रेनी दूत के साथ इस मामले को उठाना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले महीने, यूक्रेनी उप विदेश मंत्री एमीन दझापरोवा ने भारत का दौरा किया था।