विशेष सैन्य अभियान के क्षेत्र में रूसी सेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले सोवियत-निर्मित Pion तोपखाने प्रणाली की तुलना में कीव को पहले मिले उन्नत जर्मन Panzerhaubitze (PzH 2000) स्व-चालित हॉवित्जर खराब मौसम की स्थिति में यह काम करते ही नहीं हैं, एक अमेरिकी समाचार पत्र ने रिपोर्ट की है।
यूक्रेनी सेना की 43वीं सेपरेट आर्टिलरी ब्रिगेड के एक यूक्रेनी सैनिक का हवाला देते हुए इस मीडिया आउटलेट ने कहा कि “क्षेत्र से सभी नए Panzerhaubitze 2000 को निकालने” का निर्णय किया गया था क्योंकि “वह डर है कि 60-टन हॉवित्जर जरूरत पड़ने पर द्रुत गति से गतिमान होने में सक्षम नहीं होंगे अगर उन पर गोलीबारी की जाएगी।"
उनके अनुसार, "दक्षिणपूर्वी यूक्रेन में ब्रिगेड के ठिकाने में कीचड़ में फंसने के कारण एक ऐसे होवित्जर को वहाँ से खींचना पड़ गया था।"
अमेरिकी अखबार ने कहा कि यद्यपि Pion स्व-चालित तोपखाने प्रणाली भी कभी-कभी फंस जाती है, परंतु वह अपने "धातु से बने पंजों जैसे ट्रेडों" के कारण "वास्तव में कीचड़ में बेहतर रूप से काम करती है।"
इसके साथ समाचार आउटलेट ने कहा कि ये जर्मन हॉवित्जर इतने कमजोर हैं कि इनके "इलेक्ट्रॉनिक्स नमी या गंदगी की स्थिति में काम करना खत्म कर देते हैं।" इस समाचार पत्र के अनुसार, यूक्रेनी सैनिकों को "कीचड़ में फंसने से बचने के लिए अंदर पहुँचने पर विशेष जूते या चप्पलें पहननी पड़ती हैं, और प्रत्येक वाहन में वैक्यूम क्लीनर है।"
यह रिपोर्ट रूसी सेना के खिलाफ यूक्रेन के जवाबी हमले की शुरुआत के बारे में बढ़ती अटकलों की स्थिति में सामने आई है, इसके साथ कई पश्चिमी समाचार आउटलेट ने राय व्यक्त की है कि कीव अभी इस कदम के लिए तैयार ही नहीं है।
जर्मनी सहित अमेरिकी सहयोगियों ने और अमेरिका ने रूसी विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत के तुरंत बाद कीव को अपने हथियारों की आपूर्ति बढ़ा दी थी , यद्यपि मास्को ने चेतावनी दी कि इसके कारण यूक्रेन संकट सिर्फ ज्यादा समय तक चलेगा।