राजस्थान के डेगाना में एक नया लिथियम भंडार मिल गया है, जिसकी क्षमता जम्मू और कश्मीर में पाए गए लीथियम के भंडार की तुलना में बहुत अधिक है, राजस्थान सरकार के अधिकारियों का हवाला देते हुए स्थानीय मीडिया ने रिपोर्ट किया।
"इन भंडारों में मौजूद लिथियम की मात्रा भारत की कुल मांग का 80 प्रतिशत पूरा कर सकती है और यह लिथियम को लेकर दूसरे देशों पर भारत की निर्भरता को कम करने में मदद कर सकती है," GSI और खनन अधिकारियों ने दावा किया।
वस्तुतः लिथियम को लेकर भारत पूरी तरह महंगी विदेशी आपूर्ति पर निर्भर है। लिथियम एक अलौह धातु है, जिसका उपयोग मोबाइल-लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहन और अन्य चार्जेबल बैटरी बनाने में किया जाता है। अब GSI को डेगाना के आसपास लिथियम का बड़ा भंडार मिला है।
विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2050 तक लिथियम धातु की वैश्विक मांग में 500 प्रतिशत की वृद्धि होगी। इस दृष्टि से राजस्थान में लिथियम का अपार भण्डार प्राप्त होना न केवल प्रदेश के लिए अपितु देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यंत लाभदायक है।
बता दें कि इससे पहले इसी साल फरवरी महीने में जम्मू कश्मीर के रियासी में लिथियम का बड़ा भंडार मिला था। शुरुआती अनुमान के मुताबिक रियासी में लिथियम की मात्रा 59 लाख टन तक हो सकती है।